सोमवती अमावस्या 2019 | आज सोमवती अमावस्या | 4 फरवरी के उपाय | Somvati Amavasya 2019
somvati amavasya 2019 |
🌷 सोमवती अमावस्या पर विशेष मंत्र 🌷
➡ 04 फरवरी 2019
सोमवार को सूर्योदय से रात्रि 02:34 तक सोमवती अमावस्या हैं ।
💵 जिनको
पैसो की कमजोरी हैं तो तुलसी माता को १०८ प्रदिक्षणा करें। तथा श्री हरि.... श्री
हरि.... श्री हरि.... श्री हरि.... ‘श्री’ माना सम्पदा, ‘हरि’ माना भगवान
की दया पाना। तो गरीबी चली जायेगी।
जब सोमवार को अमावस्या होती हैं तो उसे
सोमवती अमावस्या कहा जाता हैं। ऐसी अमावस्या का शास्त्रों में काफी अधिक महत्व
बताया गया हैं। इस दिन किये जाने वाले उपायों का शीघ्र फल प्राप्त होता हैं। यहां
हम आपको सोमवती अमावस्या के दिन किए जाने वाले कुछ उपाय बताने जा रहे हैं। इन्हें
करने से गरीबी तथा दरिद्रता दूर होती हैं साथ ही सुख व समृद्धि का आगमन होता हैं।
यह हैं आसान उपाय…
1. सोमवती अमावस्या के दिन सूर्य
नारायण को विशेष अर्घ्य देना अतिउत्तम बताया गया हैं। ऐसा करने से गरीबी तथा
दरिद्रता दूर होती हैं।
2. यदि चंद्र कमजोर स्थिति में हैं तो
गाय को दही तथा चावल खिलाएं इससे मानसिक शांति प्राप्त होने के साथ ही एकाग्रता भी
बढ़ेगी।
3. इस दिन दान का अतिमहत्व हैं। दान
करने या किसी भूखे को भोजन कराने से विष्णुदेव प्रसन्न होकर आशीष प्रदान करते हैं।
4. इस दिन जो व्यक्ति धोबी, धोबन को भोजन कराकर अपनी सामर्थ्य अनुसार दान करता हैं उसके सभी मनोरथ
पूर्ण होते हैं।
5. इस दिन पवित्र नदी, तटों पर मौन स्नान करना चाहिए। इससे ब्रम्हमुहूर्त का फल प्राप्त होता हैं
तथा सूर्यदेव के साथ ही भगवान विष्णु तथा शिव की विशेष कृपा प्राप्त हाेती हैं।
6. इस दिन भगवान विष्णु के साथ ही शिव
पूजन का भी विशेष महत्व हैं। विधि-विधान से हरि तथा हर का पूजन करने से विशेष फलों
की प्राप्ति होती हैं।
7. अपने पितरों को प्रसन्न करने के लिए
कंडे में गुड़, घी का धूप देकर पितरों को प्रसन्न किया जा
सकता हैं। यह पूजन किसी तीर्थस्थल पर जाकर विशेषज्ञ के मार्गदर्शन में भी की जा
सकती हैं।
8. पितृदोष निवारण करना हैं तो सोमवती
अमावस्या का दिन उर्पयुक्त हैं। सूर्य को अघ्र्य देते समय पितृ तर्पण के लिए
पितृभ्य नमः मंत्र का जप करना चाहिए। इससे पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता तथा
कोर्ट कचहरी से संबंधित विवादों का निपटारा होता हैं। घरेलू झगड़ों क्लेश का भी
समाधान आसानी से हाेता हैं।
9. सोमवती अमावस्या के दिन पितरों के
निमित्त दान पुण्य करने से, ब्राहमण को भोजन कराने से पितर प्रसन्न
होते हैं तथा जीवन में खुशहाली आती हैं।
10. सोमवती अमावस्या के दिन स्वास्थ्य,
शिक्षा, कानूनी विवाद, आर्थिक
परेशानियां तथा पति-पत्नी सम्बन्धी विवाद के समाधान हेतु किये गए उपाय विशेष फल
देते हैं।
11. यदि व्यवसाय में परेशानियां हो रही
हो तो सोमवती अमावस्या के दिन पीपल वृक्ष के नीचे तिल के तेल का दिया जलाकर ॐ नमो
भगवते वासुदेवाय नमः मंत्र का जाप करे। ऐसा करने से उनके व्यापार की बाधाएं दूर
होने लगेगी।
12. आर्थिक संकट से छुटकारा पाने के
लिए सोमवती अमावस्या के दिन 108 बार तुलसी के पौधे की श्री हरि-श्री हरि अथवा ॐ
नमो नारयण का जाप करते हुए परिक्रमा करनी चाहिए।
🚩🙏 जय माता दी भारत माता कि जय 🙏🚩
मौनी अमावस्या का मंत्र 🌷
🙏🏻 भविष्योत्तर पुराण में बताया कि
माघी अमावश्या के दिन अगर भगवान
ब्रम्हाजी का कोई पूजन करे, श्लोक तथा गायत्री मंत्र बोलकर
जो ब्रम्हाजी को नमन करते हैं तथा थोड़ी देर शांत बैठे तथा फिर गुरुमंत्र का जप
करें तो उनको विशेष लाभ होता हैं। जो भाई-बहन जो सत्संग में आते हैं वो दैवी सम्पदा पायें तथा लौकिक सम्पदा भी
पायें। किसी के सिर पे भार न रहें। दैवी सम्पदा से खूब धनवान हों तथा लौकिक धन की
भी कमी न रहें।
🌷 मंत्र इस
प्रकार हैं –
स्थानं स्वर्गेथ पाताले यन्मर्ते
किंचिदत्तंम। तद्व्पोंत्य संधिग्धम पद्मयोंने प्रसादत:।।
🌷 गायत्री
मंत्र –
ॐ भू भुर्व: स्व: तत सवितुर्वरेण्यं। भर्गो
देवस्य धीमहि। धियो यो न: प्रचोदयात्।।
🌷 मौनी
अमावस्या 🌷
🙏🏻 04 फरवरी 2019 सोमवार को मौनी अमावस्या हैं उस दिन प्रयाग में स्नान की
तिथि हैं। आप सब प्रयाग तो नहीं जाओगे पर अपने घर पे ही उस दिन स्नान करते समय –
🌷 ॐ ह्रीं
गंगायै ॐ ह्रीं स्वाहा। ॐ ह्रीं गंगायै ॐ ह्रीं स्वाहा।
🙏🏻 ये मंत्र बोलकर उबटन जो बापूजी ने बताया था उस उबटन को शरीर पर लगाकर
स्नान करें तो गंगा स्नान का पुण्य मिलता हैं। अमावस्या के दिन तो जरुर करें। उस
दिन गीता का सातवाँ अध्याय का पाठ करें तथा भगवान ने धन दिया हैं तो उस दिन घर में
आटे की, बेसन की २ – ४ किलो मिठाई बना
ले तथा गरीब बच्चे-बच्चियों में बाँट आयें, अपने पितरो के
नाम दादा, दादी, नानी उनके नाम से बाँट
कर आ जायें।
सूर्यास्त के समय घर में बैठकर अपने
गुरुदेव का स्मरण करके शिवजी का स्मरण करते- करते ये 17 मंत्र बोलें, जिनके सिर पर कर्जा ज्यादा हो, वो शिवजी के मंदिर
में जाकर दिया जलाकर ये 17 मंत्र बोले।
इससे कर्जा से मुक्ति प्राप्त होगी-
🌷 1).ॐ
शिवाय नम:
🌷 2).ॐ
सर्वात्मने नम:
🌷 3).ॐ
त्रिनेत्राय नम:
🌷 4).ॐ
हराय नम:
🌷 5).ॐ
इन्द्र्मुखाय नम:
🌷 6).ॐ
श्रीकंठाय नम:
🌷 7).ॐ
सद्योजाताय नम:
🌷 8).ॐ
वामदेवाय नम:
🌷 9).ॐ
अघोरह्र्द्याय नम:
🌷 10).ॐ
तत्पुरुषाय नम:
🌷 11).ॐ
ईशानाय नम:
🌷 12).ॐ
अनंतधर्माय नम:
🌷 13).ॐ
ज्ञानभूताय नम:
🌷 14). ॐ
अनंतवैराग्यसिंघाय नम:
🌷 15).ॐ
प्रधानाय नम:
🌷 16).ॐ व्योमात्मने
नम:
🌷 17).ॐ
युक्तकेशात्मरूपाय नम:
🌷 धन-धान्य
व सुख-संम्पदा के लिए 🌷
🔥 हर
अमावस्या को घर में एक छोटा सा आहुति प्रयोग करें।
🍛 सामग्री : १. काले तिल, २. जौं, ३.
चावल, ४. गाय का घी, ५. चंदन पाउडर,
६. गूगल, ७. गुड़, ८.
देशी कर्पूर, गौ चंदन या कण्डा।
🔥 विधि: गौ चंदन या कण्डे को किसी बर्तन में डालकर हवनकुंड बना लें, फिर उपरोक्त ८ वस्तुओं के मिश्रण से तैयार सामग्री से, घर के सभी सदस्य एकत्रित होकर नीचे दिये गये देवताओं की १-१ आहुति दें।
🔥 आहुति
मंत्र 🔥
🌷 १. ॐ कुल
देवताभ्यो नमः
🌷 २. ॐ
ग्राम देवताभ्यो नमः
🌷 ३. ॐ
ग्रह देवताभ्यो नमः
🌷 ४. ॐ
लक्ष्मीपति देवताभ्यो नमः
🌷 ५. ॐ
विघ्नविनाशक देवताभ्यो नमः
🌷 सोमवती
अमावस्याः दरिद्रता निवारण
🙏🏻 सोमवती अमावस्या के पर्व में स्नान-दान का बड़ा महत्त्व हैं।
🐄 इस दिन भी मौन रहकर स्नान
करने से हजार गौदान का फल होता हैं।
🌳 इस दिन पीपल तथा भगवान
विष्णु का पूजन तथा उनकी 108 प्रदक्षिणा करने का विधान हैं। 108 में से 8
प्रदक्षिणा पीपल के वृक्ष को कच्चा सूत लपेटते हुए की जाती हैं। प्रदक्षिणा करते
समय 108 फल पृथक रखे जाते हैं। बाद में वे भगवान का भजन करने वाले ब्राह्मणों या
ब्राह्मणियों में वितरित कर दिये जाते हैं। ऐसा करने से संतान चिरंजीवी होती हैं।
🌿 इस दिन
तुलसी की 108 परिक्रमा करने से दरिद्रता मिटती हैं।
🌷 ग़रीबी -
दरिद्रता मिटाने के लिए 🌷
🌿
सोमवती अमावस्या के दिन 108 बार अगर तुलसी की परिक्रमा करते हो,
ॐकार का थोड़ा जप करते हो, सूर्य नारायण को
अर्घ्य देते हो; यह सब साथ में करो तो अच्छा हैं, नहीं तो खाली तुलसी को 108 बार प्रदक्षिणा करने से तुम्हारे घर से
दरिद्रता भाग जाएगी।
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