लाभ पंचमी पूजा का शुभ मुहूर्त 2020 Labh Panchami Puja ka Shubh Muhurat Time | Laabh Pancham Choghadiya
Labh Panchami Shubh Muhurat |
ॐ श्री महालक्ष्म्यै
च विद्महे,
विष्णु पत्न्यै
च धीमहि,
तन्नो लक्ष्मी:
प्रचोदयात्॥
शुभम करोति कल्याणम,
अरोग्यम धन संपदा।
शत्रु-बुद्धि विनाशायः,
दीपःज्योति नमोस्तुते॥
आप सभी को सपरिवार लाभ पंचमी के पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ।
आपके जीवन को लाभ पंचमी का पर्व सुख, समृद्धि, शांति तथा अपार खुशियाँ प्रदान करें।
लक्ष्मी बीज मन्त्र
ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभयो
नमः॥
Om Hreem Shreem Lakshmibhayo Namah॥
ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै
नमः।।
Om Shreeng Mahalaxmaye
Namah।।
श्री गणेश जी को
प्रसन्न करने के लिए यह मन्त्र का जाप करना चाहिए।
गणेश मंत्र –
लम्बोदरं
महाकायं गजवक्त्रं चतुर्भुजम्।
आवाहयाम्यहं
देवं गणेशं सिद्धिदायकम्।।
भगवान् शिव जी को
प्रसन्न करने के लिए यह मन्त्र का जाप करना चाहिए।
शिव मंत्र –
त्रिनेत्राय
नमस्तुभ्यं उमादेहार्धधारिणे।
त्रिशूलधारिणे
तुभ्यं भूतानां पतये नम:।।
सम्पूर्ण भारत में कार्तिक शुक्ल पंचमी के दिवस लाभ पंचमी
मनाई जाती है। लाभ पंचमी को लाभ पंचम, सौभाग्य पंचमी तथा सौभाग्य लाभ पंचमी भी
कहा जाता है। यह त्यौहार मुख्यतः गुजरात राज्य में मनाया जाता है। यह त्योहार व्यापारियों
तथा व्यवसायियों के लिए अत्यंत शुभ माना गया है। कहा जाता है
कि इस दिवस भगवान के दर्शन व पूजा करने से व्यवसायियों तथा उनके परिजनों को लाभ
तथा अच्छा भाग्य प्राप्त होता है।
लाभ पंचमी के शुभ
दिवस पर विशेष मंत्र जाप द्वारा भगवान श्री गणेश का आवाहन किया जाता हैं जिससे शुभ
फलों की प्राप्ति संभव हो जाती है। कार्यक्षेत्र, नौकरी
तथा व्यवसाय में समृद्धि की कामना की पूर्ति होती है। इस दिन भगवान् श्री गणेश जी
के साथ भगवान शिव का स्मरण करना विशेष शुभ फलदायी माना गया है। सुख-सौभाग्य तथा
मंगल कामना को लेकर किया जाने वाला सौभाग्य पंचमी का व्रत सभी की इच्छाओं को पूर्ण
करता है।
गुजरात राज्य में अधिकतर
दुकान मालिकों तथा व्यापारियों द्वारा दिवाली उत्सव के पश्चात लाभ पंचमी पर अपनी व्यावसायिक
गतिविधियों को दोबारा से शुरू किया जाता है। दिवाली के अगले दिवस ही गुजराती नववर्ष
मनाया जाता है। अतः गुजरात में, 4 दिनों की छुट्टी के पश्चात, लाभ पंचमी नववर्ष का प्रथम कामकाजी दिवस माना जाता है। इस दिवस व्यापारी गण, नया बही-खाता भी प्रारंभ करते है जिसकी बाईं ओर शुभ तथा दाईं ओर लाभ लिखा जाता
है तथा प्रथम पृष्ठ के केंद्र में एक स्वास्तिक को रेखांकित किया जाता हैं।
लाभ पंचमी पूजा का शुभ मुहूर्त 2020
इस वर्ष, कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 18 नवम्बर, बुधवार की रात्रि 11 बजकर 16 मिनिट से प्रारम्भ हो कर, 19 नवम्बर, गुरुवार की रात्रि 09 बजकर 59 मिनिट तक व्याप्त रहेगी।
अतः इस वर्ष 2020 में, लाभ
पंचमी का त्योहार 19
नवम्बर, गुरुवार के शुभ दिवस मनाया जाएगा।
इस वर्ष,
लाभ पंचमी की पूजा का शुभ मुहूर्त, 19 नवम्बर, गुरुवार की प्रातः 06 बजकर 44 से 10 बजकर 22
मिनिट तक का रहेगा।
लाभ पंचमी के दिवस अन्य शुभ समय
19 नवम्बर 2020, गुरुवार
अभिजित मुहूर्त - 11:50 से 12:34
चौघड़िया मुहूर्त - 06:48 से 08:06 शुभ - उत्तम
12:12 से 13:34 लाभ - उन्नति तथा
13:34 से 14:57 अमृत - सर्वोत्तम (राहुकाल)
सूर्योदय - 06:43 सूर्यास्त - 17:41
चन्द्रोदय - 10:52 चन्द्रास्त - 21:49
राहुकाल : 13:34 से 14:57
दोपहर 02 बजकर 57 मिनिट से 04 बजकर 19 कालवेला का अशुभ समय
होने से धनहानी हो सकती हैं, तथा हमारे द्वारा बताए गए शुभ मुहूर्त में
पूजा करने से आपके तथा आपके परिजनों के
जीवन में धन, व्यापार तथा स्वास्थ्य का लाभ होता है साथ ही आय में भी वृद्धि होती है।