संकष्टी चतुर्थी व्रत के दिन चन्द्रोदय का समय 2023 Aaj Chand Nikalne kitne baje niklega | Chandrodaya ka Samay
sakat chauth chand kitne baje niklega |
🌷 विघ्नों तथा मुसीबते दूर करने के लिए 🌷
👉 कृष्ण
पक्ष की चतुर्थी।
🙏🏻 शिव पुराण में आता है कि प्रत्येक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी (पूनम के पश्चात) के दिन प्रातः श्री गणेशजी का पूजन करें तथा रात को चन्द्रमा में गणपतिजी की भावना करके अर्घ्य दें तथा ये मंत्र बोलें :
🌷 ॐ गं गणपते नमः ।
🌷 ॐ सोमाय नमः ।
🌷 चतुर्थी तिथि विशेष 🌷
🙏🏻 चतुर्थी तिथि के स्वामी भगवान
गणेशजी हैं।
📆 हिन्दू कैलेण्डर में प्रत्येक मास में दो चतुर्थी होती हैं।
🙏🏻 पूर्णिमा के बाद आने वाली कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्ट चतुर्थी कहते हैं।अमावस्या के बाद आने वाली शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहते हैं।
🙏🏻 शिवपुराण के अनुसार “महागणपतेः पूजा चतुर्थ्यां कृष्णपक्षके। पक्षपापक्षयकरी पक्षभोगफलप्रदा ॥
➡ “ अर्थात प्रत्येक मास के कृष्णपक्ष की चतुर्थी तिथि को की हुई महागणपति की पूजा एक पक्ष के पापों का नाश करनेवाली तथा एक पक्षतक उत्तम भोगरूपी फल देनेवाली होती है ।
🌷 कोई
कष्ट हो तो 🌷
🙏🏻 हमारे जीवन में बहुत समस्याएँ आती रहती हैं, मिटती नहीं हैं ।, कभी कोई
कष्ट, कभी कोई समस्या | ऐसे लोग शिवपुराण में बताया हुआ एक प्रयोग कर
सकते हैं कि, कृष्ण पक्ष की चतुर्थी
(मतलब पुर्णिमा के बाद की चतुर्थी ) आती है | उस दिन सुबह छः मंत्र बोलते हुये गणपतिजी को प्रणाम करें कि हमारे घर में
ये बार-बार कष्ट तथा समस्याएं आ रही हैं वो नष्ट हों |
👉🏻 छः मंत्र इस प्रकार हैं –
🌷 ॐ
सुमुखाय नम: : सुंदर मुख वाले; हमारे
मुख पर भी सच्ची भक्ति प्रदान सुंदरता रहे ।
🌷 ॐ दुर्मुखाय नम: : मतलब भक्त को जब कोई आसुरी प्रवृत्ति वाला सताता है तो… भैरव देख दुष्ट घबराये ।
🌷 ॐ मोदाय नम: : मुदित रहने वाले, प्रसन्न रहने वाले । उनका सुमिरन करने वाले भी प्रसन्न हो जायें ।
🌷 ॐ प्रमोदाय नम: : प्रमोदाय; दूसरों को भी आनंदित करते हैं । भक्त भी प्रमोदी होता है तथा अभक्त प्रमादी होता है, आलसी । आलसी आदमी को लक्ष्मी छोड़ कर चली जाती है । तथा जो प्रमादी न हो, लक्ष्मी स्थायी होती है ।
🌷 ॐ अविघ्नाय नम:
🌷 ॐ विघ्नकरत्र्येय नम:
हिन्दु के अनुसार प्रत्येक चंद्र मास में दो चतुर्थी होती हैं। सनातन हिन्दू ग्रन्थों के अनुसार चतुर्थी तिथि भगवान गणेश की तिथि हैं। अमावस के पश्चात आने वाली शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी कहते हैं तथा पूर्णिमा के पश्चात आने वाली कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी कहते हैं।
चतुर्थी के दिन सुबह में गणपतिजी का पूजन करें तथा रात को चन्द्रमा में गणपतिजी की भावना करके अर्घ्य दें तथा ये मंत्र बोलें :
🌷 ॐ गं गणपते नमः ।
🌷 ॐ सोमाय नमः ।
🌷 चतुर्थी तिथि विशेष 🌷
🙏🏻 चतुर्थी तिथि के स्वामी
भगवान गणेशजी हैं।
📆 हिन्दू कैलेण्डर में प्रत्येक मास में दो #चतुर्थी होती है।
🙏🏻 पूर्णिमा के बाद आने वाली कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्ट चतुर्थी कहते हैं।अमावस्या के बाद आने वाली शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहते हैं।
🙏🏻 शिवपुराण के अनुसार “महागणपतेः पूजा चतुर्थ्यां कृष्णपक्षके। पक्षपापक्षयकरी पक्षभोगफलप्रदा ॥
➡ “ अर्थात प्रत्येक मास के कृष्णपक्ष की चतुर्थी तिथि को की हुई महागणपति की पूजा एक पक्ष के पापों का नाश करनेवाली तथा एक पक्षतक उत्तम भोगरूपी फल देनेवाली होती है ।
जनवरी 10, 2023, मंगलवार
सकट चौथ
लम्बोदर संकष्टी चतुर्थी
08:41 पी एम
माघ, कृष्ण चतुर्थी
प्रारम्भ - 12:09 पी एम, जनवरी 10
समाप्त - 02:31 पी एम, जनवरी 11
फरवरी 9, 2023, बृहस्पतिवार
द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी
09:18 पी एम
फाल्गुन, कृष्ण चतुर्थी
प्रारम्भ - 06:23 ए एम, फरवरी 09
समाप्त - 07:58 ए एम, फरवरी 10
मार्च 11, 2023, शनिवार
भालचन्द्र संकष्टी चतुर्थी
10:03 पी एम
चैत्र, कृष्ण चतुर्थी
प्रारम्भ - 09:42 पी एम, मार्च 10
समाप्त - 10:05 पी एम, मार्च 11
अप्रैल 9, 2023, रविवार
विकट संकष्टी चतुर्थी
10:02 पी एम
वैशाख, कृष्ण चतुर्थी
प्रारम्भ - 09:35 ए एम, अप्रैल 09
समाप्त - 08:37 ए एम, अप्रैल 10
मई 8, 2023, सोमवार
एकदन्त संकष्टी चतुर्थी
10:04 पी एम
ज्येष्ठ, कृष्ण चतुर्थी
प्रारम्भ - 06:18 पी एम, मई 08
समाप्त - 04:08 पी एम, मई 09
जून 7, 2023, बुधवार
कृष्णपिङ्गल संकष्टी चतुर्थी
10:50 पी एम
आषाढ़, कृष्ण चतुर्थी
प्रारम्भ - 12:50 ए एम, जून 07
समाप्त - 09:50 पी एम, जून 07
जुलाई 6, 2023, बृहस्पतिवार
गजानन संकष्टी चतुर्थी
10:12 पी एम
श्रावण, कृष्ण चतुर्थी
प्रारम्भ - 06:30 ए एम, जुलाई 06
समाप्त - 03:12 ए एम, जुलाई 07
अगस्त 4, 2023, शुक्रवार
विभुवन संकष्टी चतुर्थी
09:20 पी एम
श्रावण, कृष्ण चतुर्थी
प्रारम्भ - 12:45 पी एम, अगस्त 04
समाप्त - 09:39 ए एम, अगस्त 05
सितम्बर 3, 2023, रविवार
बहुला चतुर्थी
हेरम्ब संकष्टी चतुर्थी
08:57 पी एम
भाद्रपद, कृष्ण चतुर्थी
प्रारम्भ - 08:49 पी एम, सितम्बर 02
समाप्त - 06:24 पी एम, सितम्बर 03
अक्टूबर 2, 2023, सोमवार
विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी
08:05 पी एम
आश्विन, कृष्ण चतुर्थी
प्रारम्भ - 07:36 ए एम, अक्टूबर 02
समाप्त - 06:11 ए एम, अक्टूबर 03
नवम्बर 1, 2023, बुधवार
करवा चौथ
वक्रतुण्ड संकष्टी चतुर्थी
08:15 पी एम
कार्तिक, कृष्ण चतुर्थी
प्रारम्भ - 09:30 पी एम, अक्टूबर 31
समाप्त - 09:19 पी एम, नवम्बर 01
नवम्बर 30, 2023, बृहस्पतिवार
गणाधिप संकष्टी चतुर्थी
07:54 पी एम
मार्गशीर्ष, कृष्ण चतुर्थी
प्रारम्भ - 02:24 पी एम, नवम्बर 30
समाप्त - 03:31 पी एम, दिसम्बर 01
दिसम्बर 30, 2023, शनिवार
अखुरथ संकष्टी चतुर्थी
08:36 पी एम
पौष, कृष्ण चतुर्थी
प्रारम्भ - 09:43 ए एम, दिसम्बर 30
समाप्त - 11:55
ए एम, दिसम्बर
31
January 10, 2023, Tuesday
Sakat Chauth
Lambodar Sankashti Chaturthi
08:41 p.m.
Magha, Krishna Chaturthi
Starts - 12:09 PM, Jan 10
Ends - 02:31 PM, Jan 11
February 9, 2023, Thursday
Dwijapriya Sankashti Chaturthi
09:18 p.m.
Falgun, Krishna Chaturthi
Starts - 06:23 am, Feb 09
Ends - 07:58 am, Feb 10
March 11, 2023, Saturday
Bhalchandra Sankashti Chaturthi
10:03 p.m.
Chaitra, Krishna Chaturthi
Starts - 09:42 PM, March 10
Ends - 10:05 PM, March 11
April 9, 2023, Sunday
Vikat Sankashti Chaturthi
10:02 p.m.
Vaishakh, Krishna Chaturthi
Starts - 09:35 am, Apr 09
Ends - 08:37 am, Apr 10
May 8, 2023, Monday
Ekdant Sankashti Chaturthi
10:04 p.m.
Jyestha, Krishna Chaturthi
Starts - 06:18 PM, May 08
Ends - 04:08 PM, May 09
June 7, 2023, Wednesday
Krishna Pingal Sankashti Chaturthi
10:50 p.m.
Ashada, Krishna Chaturthi
Starts - 12:50 AM, Jun 07
Ends - 09:50 PM, Jun 07
July 6, 2023, Thursday
Gajanan Sankashti Chaturthi
10:12 p.m.
Shravan, Krishna Chaturthi
Starts - 06:30 am, Jul 06
Ends - 03:12 am, Jul 07
August 4, 2023, Friday
Vibhuvan Sankashti Chaturthi
09:20 p.m.
Shravan, Krishna Chaturthi
Starts - 12:45 PM, Aug 04
Ends - 09:39 am, Aug 05
September 3, 2023, Sunday
bahula chaturthi
Heramb Sankashti Chaturthi
08:57 p.m.
Bhadrapada, Krishna Chaturthi
Starts - 08:49 PM, Sep 02
Ends - 06:24 PM, Sep 03
October 2, 2023, Monday
Vighnaraj Sankashti Chaturthi
08:05 p.m.
Ashwin, Krishna Chaturthi
Begins - 07:36 am, Oct 02
Ends - 06:11 am, Oct 03
November 1, 2023, Wednesday
karwa chauth
Vakratunda Sankashti Chaturthi
08:15 p.m.
Kartik, Krishna Chaturthi
Starts - 09:30 PM, October 31
Ends - 09:19 PM, Nov 01
November 30, 2023, Thursday
Ganadeep Sankashti Chaturthi
07:54 p.m.
Marshish, Krishna Chaturthi
Begins - 02:24 PM, November 30
Ends - 03:31 PM, December 01
December 30, 2023, Saturday
Akhurath Sankashti Chaturthi
08:36 p.m.
Poush, Krishna Chaturthi
Starts - 09:43 am, December 30
Ends - 11:55 am, Dec 31
🙏🏻 शिव पुराण में आता है कि प्रत्येक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी (पूनम के पश्चात) के दिन प्रातः श्री गणेशजी का पूजन करें तथा रात को चन्द्रमा में गणपतिजी की भावना करके अर्घ्य दें तथा ये मंत्र बोलें :
🌷 ॐ गं गणपते नमः ।
🌷 ॐ सोमाय नमः ।
🌷 चतुर्थी तिथि विशेष 🌷
🙏🏻 चतुर्थी तिथि के स्वामी भगवान
गणेशजी हैं।📆 हिन्दू कैलेण्डर में प्रत्येक मास में दो चतुर्थी होती हैं।
🙏🏻 पूर्णिमा के बाद आने वाली कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्ट चतुर्थी कहते हैं।अमावस्या के बाद आने वाली शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहते हैं।
🙏🏻 शिवपुराण के अनुसार “महागणपतेः पूजा चतुर्थ्यां कृष्णपक्षके। पक्षपापक्षयकरी पक्षभोगफलप्रदा ॥
➡ “ अर्थात प्रत्येक मास के कृष्णपक्ष की चतुर्थी तिथि को की हुई महागणपति की पूजा एक पक्ष के पापों का नाश करनेवाली तथा एक पक्षतक उत्तम भोगरूपी फल देनेवाली होती है ।
🌷 कोई
कष्ट हो तो 🌷
🙏🏻 हमारे जीवन में बहुत समस्याएँ आती रहती हैं, मिटती नहीं हैं ।, कभी कोई
कष्ट, कभी कोई समस्या | ऐसे लोग शिवपुराण में बताया हुआ एक प्रयोग कर
सकते हैं कि, कृष्ण पक्ष की चतुर्थी
(मतलब पुर्णिमा के बाद की चतुर्थी ) आती है | उस दिन सुबह छः मंत्र बोलते हुये गणपतिजी को प्रणाम करें कि हमारे घर में
ये बार-बार कष्ट तथा समस्याएं आ रही हैं वो नष्ट हों |🌷 ॐ दुर्मुखाय नम: : मतलब भक्त को जब कोई आसुरी प्रवृत्ति वाला सताता है तो… भैरव देख दुष्ट घबराये ।
🌷 ॐ मोदाय नम: : मुदित रहने वाले, प्रसन्न रहने वाले । उनका सुमिरन करने वाले भी प्रसन्न हो जायें ।
🌷 ॐ प्रमोदाय नम: : प्रमोदाय; दूसरों को भी आनंदित करते हैं । भक्त भी प्रमोदी होता है तथा अभक्त प्रमादी होता है, आलसी । आलसी आदमी को लक्ष्मी छोड़ कर चली जाती है । तथा जो प्रमादी न हो, लक्ष्मी स्थायी होती है ।
🌷 ॐ अविघ्नाय नम:
🌷 ॐ विघ्नकरत्र्येय नम:
हिन्दु के अनुसार प्रत्येक चंद्र मास में दो चतुर्थी होती हैं। सनातन हिन्दू ग्रन्थों के अनुसार चतुर्थी तिथि भगवान गणेश की तिथि हैं। अमावस के पश्चात आने वाली शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी कहते हैं तथा पूर्णिमा के पश्चात आने वाली कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी कहते हैं।
चतुर्थी के दिन सुबह में गणपतिजी का पूजन करें तथा रात को चन्द्रमा में गणपतिजी की भावना करके अर्घ्य दें तथा ये मंत्र बोलें :
🌷 ॐ गं गणपते नमः ।
🌷 ॐ सोमाय नमः ।
🌷 चतुर्थी तिथि विशेष 🌷
🙏🏻 चतुर्थी तिथि के स्वामी
भगवान गणेशजी हैं।📆 हिन्दू कैलेण्डर में प्रत्येक मास में दो #चतुर्थी होती है।
🙏🏻 पूर्णिमा के बाद आने वाली कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्ट चतुर्थी कहते हैं।अमावस्या के बाद आने वाली शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहते हैं।
🙏🏻 शिवपुराण के अनुसार “महागणपतेः पूजा चतुर्थ्यां कृष्णपक्षके। पक्षपापक्षयकरी पक्षभोगफलप्रदा ॥
➡ “ अर्थात प्रत्येक मास के कृष्णपक्ष की चतुर्थी तिथि को की हुई महागणपति की पूजा एक पक्ष के पापों का नाश करनेवाली तथा एक पक्षतक उत्तम भोगरूपी फल देनेवाली होती है ।
संकष्टी चतुर्थी व्रत 2023 चन्द्रोदय का समय
जनवरी 10, 2023, मंगलवार
सकट चौथ
लम्बोदर संकष्टी चतुर्थी
08:41 पी एम
माघ, कृष्ण चतुर्थी
प्रारम्भ - 12:09 पी एम, जनवरी 10
फरवरी 9, 2023, बृहस्पतिवार
द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी
09:18 पी एम
फाल्गुन, कृष्ण चतुर्थी
प्रारम्भ - 06:23 ए एम, फरवरी 09
मार्च 11, 2023, शनिवार
भालचन्द्र संकष्टी चतुर्थी
10:03 पी एम
चैत्र, कृष्ण चतुर्थी
प्रारम्भ - 09:42 पी एम, मार्च 10
अप्रैल 9, 2023, रविवार
विकट संकष्टी चतुर्थी
10:02 पी एम
वैशाख, कृष्ण चतुर्थी
प्रारम्भ - 09:35 ए एम, अप्रैल 09
मई 8, 2023, सोमवार
एकदन्त संकष्टी चतुर्थी
10:04 पी एम
ज्येष्ठ, कृष्ण चतुर्थी
प्रारम्भ - 06:18 पी एम, मई 08
जून 7, 2023, बुधवार
कृष्णपिङ्गल संकष्टी चतुर्थी
10:50 पी एम
आषाढ़, कृष्ण चतुर्थी
प्रारम्भ - 12:50 ए एम, जून 07
जुलाई 6, 2023, बृहस्पतिवार
गजानन संकष्टी चतुर्थी
10:12 पी एम
श्रावण, कृष्ण चतुर्थी
प्रारम्भ - 06:30 ए एम, जुलाई 06
अगस्त 4, 2023, शुक्रवार
विभुवन संकष्टी चतुर्थी
09:20 पी एम
श्रावण, कृष्ण चतुर्थी
प्रारम्भ - 12:45 पी एम, अगस्त 04
सितम्बर 3, 2023, रविवार
बहुला चतुर्थी
हेरम्ब संकष्टी चतुर्थी
08:57 पी एम
भाद्रपद, कृष्ण चतुर्थी
प्रारम्भ - 08:49 पी एम, सितम्बर 02
अक्टूबर 2, 2023, सोमवार
विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी
08:05 पी एम
आश्विन, कृष्ण चतुर्थी
प्रारम्भ - 07:36 ए एम, अक्टूबर 02
नवम्बर 1, 2023, बुधवार
करवा चौथ
वक्रतुण्ड संकष्टी चतुर्थी
08:15 पी एम
कार्तिक, कृष्ण चतुर्थी
प्रारम्भ - 09:30 पी एम, अक्टूबर 31
नवम्बर 30, 2023, बृहस्पतिवार
गणाधिप संकष्टी चतुर्थी
07:54 पी एम
मार्गशीर्ष, कृष्ण चतुर्थी
प्रारम्भ - 02:24 पी एम, नवम्बर 30
दिसम्बर 30, 2023, शनिवार
अखुरथ संकष्टी चतुर्थी
08:36 पी एम
पौष, कृष्ण चतुर्थी
प्रारम्भ - 09:43 ए एम, दिसम्बर 30
Sankashti Chaturthi fast 2023 moonrise time
January 10, 2023, Tuesday
Sakat Chauth
Lambodar Sankashti Chaturthi
08:41 p.m.
Magha, Krishna Chaturthi
Starts - 12:09 PM, Jan 10
Ends - 02:31 PM, Jan 11
February 9, 2023, Thursday
Dwijapriya Sankashti Chaturthi
09:18 p.m.
Falgun, Krishna Chaturthi
Starts - 06:23 am, Feb 09
Ends - 07:58 am, Feb 10
March 11, 2023, Saturday
Bhalchandra Sankashti Chaturthi
10:03 p.m.
Chaitra, Krishna Chaturthi
Starts - 09:42 PM, March 10
Ends - 10:05 PM, March 11
April 9, 2023, Sunday
Vikat Sankashti Chaturthi
10:02 p.m.
Vaishakh, Krishna Chaturthi
Starts - 09:35 am, Apr 09
Ends - 08:37 am, Apr 10
May 8, 2023, Monday
Ekdant Sankashti Chaturthi
10:04 p.m.
Jyestha, Krishna Chaturthi
Starts - 06:18 PM, May 08
Ends - 04:08 PM, May 09
June 7, 2023, Wednesday
Krishna Pingal Sankashti Chaturthi
10:50 p.m.
Ashada, Krishna Chaturthi
Starts - 12:50 AM, Jun 07
Ends - 09:50 PM, Jun 07
July 6, 2023, Thursday
Gajanan Sankashti Chaturthi
10:12 p.m.
Shravan, Krishna Chaturthi
Starts - 06:30 am, Jul 06
Ends - 03:12 am, Jul 07
August 4, 2023, Friday
Vibhuvan Sankashti Chaturthi
09:20 p.m.
Shravan, Krishna Chaturthi
Starts - 12:45 PM, Aug 04
Ends - 09:39 am, Aug 05
September 3, 2023, Sunday
bahula chaturthi
Heramb Sankashti Chaturthi
08:57 p.m.
Bhadrapada, Krishna Chaturthi
Starts - 08:49 PM, Sep 02
Ends - 06:24 PM, Sep 03
October 2, 2023, Monday
Vighnaraj Sankashti Chaturthi
08:05 p.m.
Ashwin, Krishna Chaturthi
Begins - 07:36 am, Oct 02
Ends - 06:11 am, Oct 03
November 1, 2023, Wednesday
karwa chauth
Vakratunda Sankashti Chaturthi
08:15 p.m.
Kartik, Krishna Chaturthi
Starts - 09:30 PM, October 31
Ends - 09:19 PM, Nov 01
November 30, 2023, Thursday
Ganadeep Sankashti Chaturthi
07:54 p.m.
Marshish, Krishna Chaturthi
Begins - 02:24 PM, November 30
Ends - 03:31 PM, December 01
December 30, 2023, Saturday
Akhurath Sankashti Chaturthi
08:36 p.m.
Poush, Krishna Chaturthi
Starts - 09:43 am, December 30
Ends - 11:55 am, Dec 31