धनतेरस 2017 | धनतेरस कथा | Dhanteras Katha in Hindi | Dhanteras Story in Hindi | Dhanteras 2017
सम्पूर्ण भारत में कार्तिक कृ्ष्ण पक्ष की त्रयोदशी की तिथि
के दिन धनतेरस का पर्व पूरी श्रद्धा व विश्वास से मनाया जाता है। देव धनवन्तरी के साथ-साथ
इस दिन, माता लक्ष्मी जी तथा धन के देवता कुबेर जी
के पूजन विधान है। तथा इस पर्व पर यमदेव को भी दीपदान किया जाता है। इस दिन यमदेव
की पूजा करने के विषय में मान्यता है कि इस दिन यमदेव की पूजा करने से घर में असमय
मृ्त्यु का भय नहीं रहता है।
दोस्तों आज हम आपको बताएँगे धनतेरस की प्रचलित कथा
ज्योतिषी की यह भविष्य-वाणी सुनकर राजा चिंतित हो गए तथा उनको
अत्यंत दु:ख हुआ, तथा राजा ने एसी घटना से बचने के लिये
राजकुमार को एसी जगह पर भेज दिया, जहां आस-पास कोई
स्त्री न रहती हो, किन्तु, एक दिन वहां एक अत्यंत सुन्दर
राजकुमारी का आगमन हुवा, राजकुमार तथा राजकुमारी दोनों एक दूसरे
को देख कर मोहित हो गये, तथा उन्होने आपस में विवाह कर लिया।
Shlok Vinod Pandey
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