14 March 2020

श्री राम नवमी कब है 2020 | रामनवमी 2020 में कब है | Ram Navami kab ki hai | 2020 RamNavami | शुभ मुहूर्त

श्री राम नवमी कब है 2020 | रामनवमी 2020 में कब है | Ram Navami kab ki hai | 2020 RamNavami | शुभ मुहूर्त #RamNavami

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रामनवमी का त्यौहार सम्पूर्ण भारतवर्ष में चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि के दिन मनाया जाता हैं। हिंदू धर्मशास्त्रों के अनुसार इस दिन भगवान श्री राम जी का पृथ्वी पर अवतरण हुआ था। भगवान श्री राम वैकुंठ धाम निवासी श्रीविष्णुजी के सातवें अवतार हैं। भगवान श्रीराम राजा दशरथ कुल के ज्येष्ठ पुत्र हैं। जिन्होंने सतयुग के समय पृथ्वी पर बुराई तथा अधर्म का नाश कर के धर्म तथा सत्य की स्थापना की थी। भगवान श्रीराम अपने कर्मो के आधार पर पुरुषों में उत्तम कहलाए गए हैं। अतः उन्हें मर्यादा-पुरुषोत्तम राम के नाम से भी जाना जाता हैं। चैत्र शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को भगवान राम के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता हैं। अतः इस पावन दिवस को रामनवमी के महापर्व के नाम से मनाया जाता हैं।
इस शास्त्रोक्त नियम हैं की, जब नवमी दो तिथियों में हो तथा प्रथम तिथि के मध्याह्न में नवमी हो, तो व्रत या त्योहार उसी दिवस किया जाना चाहिए। किन्तु यदि नवमी दोनों दिनों के मध्याह्न में पड़ रही हो, या जब किसी भी दिन मध्याह्न को नवमी न हो, तो दशमी से युक्त नवमी में व्रत करना चाहिए।

       
        श्रीराम का जन्म

        चैत्रे नवम्यां प्राक् पक्षे दिवा पुण्ये पुनर्वसौ ।
        उदये गुरुगौरांश्चोः स्वोच्चस्थे ग्रहपञ्चके ॥
        मेषं पूषणि सम्प्राप्ते लग्ने कर्कटकाह्वये ।
        आविरसीत्सकलया कौसल्यायां परः पुमान् ॥
                                        -निर्णयसिन्धु
निर्णयसिन्धु, पौराणिक ग्रंथ के अनुसार, भगवान श्रीरामजी, त्रेता युग में, चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि तथा पुनर्वसु नक्षत्र एवं कर्क लग्न तथा मध्याह्न-काल में अवतरित हुए थे। उनका अवतरण अयोध्या के राजा दशरथ की पत्नी कौशल्या माता के पावन आँचल में हुआ था।

नवमी तिथि मधुमास पुनीता,
सुकल पच्छ अभिजित हरिप्रीता।
मध्य दिवस अति सीत न घामा,
पावन काल लोक बिश्रामा।।
सुर समूह बिनती करि पहुँचे निज निज धाम।
जगनिवास प्रभु प्रगटे अखिल लोक बिश्राम॥
।। जय श्री राम ।।
                                -रामचरितमानस
साथ ही रामचरितमानस की चोपाई के अनुसार कहा गया हैं की, “सुकल पच्छ अभिजित हरि प्रीता॥” अर्थात नवमी तिथि, पवित्र चैत्र मास, शुक्ल पक्ष, भगवानजी के प्रिय अभिजित मुहूर्त में, मध्याह्न-काल में मर्यादा पुरुषोत्तम अति कृपालु, माता कौशल्या के हितकारी, भगवान श्रीराम जी प्रकट हुए थे।

इस वर्ष चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि 02 अप्रैल, गुरुवार की प्रातः 03 बजकर 40 मिनिट से प्रारम्भ हो कर, 03 अप्रैल, शुक्रवार की प्रातः 02 बजकर 43 मिनिट तक व्याप्त रहेगी।

इस वर्ष 2020 में श्री राम नवमी का पर्व या राम जन्मोत्सव 02 अप्रैल, गुरुवार के दिन मनाया जाएगा।
क्योंकि, श्रीराम जी का अवतरण, चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि तथा कर्क लग्न के मध्याह्न के समय में ही हुआ था।

इस वर्ष, श्री राम नवमी के शुभ दिवस पर भगवान राम जी की पूजा करने का शुभ मुहूर्त, 02 अप्रैल, गुरुवार की दोपहर 11 बजकर 16 मिनिट से 01 बजकर 42 मिनिट तक का रहेगा।
सीता नवमी - 02 मई 2020, शनिवार

राम नवमी के अन्य महत्वपूर्ण समय इस प्रकार हैं-

02 अप्रैल 2020, गुरुवार
रामनवमी मध्याह्न समय : 12:29
अभिजित मुहूर्त:- 12:06 से 12:55
राहुकाल:- 14:04 से 15:37
सूर्योदय:- 06:18    सूर्यास्त:- 18:43
चन्द्रोदय:- 12:44   चन्द्रास्त:- 02:38 (मध्यरात्रि)

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