चन्द्र ग्रहण 2020 सूतक समय | चन्द्र ग्रहण कब लगेगा | Chandra Grahan 2020 | Lunar Eclipse January
chandra grahan sutak |
ग्रहण के समय इस मंत्र का जाप करें
ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै
हिन्दु धर्म और चन्द्र ग्रहण
सनातन हिन्दु धर्म के अनुसार चन्द्रग्रहण एक धार्मिक घटना हैं जिसका धार्मिक
दृष्टिकोण से विशेष महत्व हैं। जो चन्द्रग्रहण खुली आँखों से स्पष्ट दृष्टिगत न हो
तो उस चन्द्रग्रहण का धार्मिक महत्व नहीं होता हैं। केवल प्रच्छाया वाले
चन्द्रग्रहण, जो कि नग्न आँखों
से दृष्टिगत होते हैं, ऐसे
चंद्रग्रहण धार्मिक कर्मकाण्ड हेतु विचारणीय होते हैं।
ज्योतिष तथा खगोलीय शास्त्र में किसी भी ग्रहण को अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता
हैं। चंद्र ग्रहण पूर्णिमा के दिन तथा सूर्य ग्रहण अमावस्या के दिन होता हैं।
ज्योतिष शास्त्रियों तथा पौराणिक मान्यताओं के अनुसार ग्रहण तब होता हैं जब राहु तथा
केतु सूर्य एवं चन्द्रमा का ग्रास करते हैं। स्कन्द पुराण के अवन्ति खंड के अनुसार
उज्जैन राहु तथा केतु की जन्म भूमि हैं, अर्थात सूर्य तथा चन्द्रमा को ग्रसित करने वाले यह दोनों छाया
ग्रह उज्जैन में ही जन्मे थे।
कृपया ध्यान दें-
जब चन्द्र ग्रहण मध्यरात्रि अर्थात 12 बजे से पूर्व लग जाता हैं किन्तु
मध्यरात्रि के पश्चात समाप्त होता हैं अर्थात जब चन्द्र ग्रहण अंग्रेजी कैलेण्डर
में दो दिनों का अधिव्यापन करता हैं, तो जिस दिन चन्द्रग्रहण अधिकतम रहता हैं उस दिन की दिनांक चन्द्रग्रहण
हेतु दर्शायी जाती हैं। ऐसी स्थिति में चन्द्रग्रहण की उपच्छाया तथा प्रच्छाया का
स्पर्श पिछले दिवस अर्थात मध्यरात्रि से पूर्व हो सकता हैं।
चन्द्रग्रहण आपके नगर में दर्शनीय नहीं हो किन्तु दूसरे देशों अथवा शहरों में
दर्शनीय हो तो कोई भी ग्रहण से सम्बन्धित कर्मकाण्ड नहीं किया जाता हैं। किन्तु
यदि मौसम के कारण चन्द्रग्रहण दर्शनीय न हो तो ऐसी स्थिति में चन्द्रग्रहण के सूतक
का अनुसरण किया जाता हैं तथा ग्रहण से सम्बन्धित सभी सावधानियों का पालन किया जाता
हैं।
चन्द्र ग्रहण विवरण
इस वर्ष 10 जनवरी 2020
के रात्रि पौष पूर्णिमा का चन्द्र ग्रहण हैं।
उपच्छाया चन्द्र ग्रहण
प्रच्छाया में कोई ग्रहण नहीं है।
उपच्छाया ग्रहण खाली आँख से नहीं दिखेगा।
उपच्छाया से प्रथम स्पर्श -
10 जनवरी 2020
रात्रि 10:39
परमग्रास चन्द्र ग्रहण
मध्यरात्रि 12:39
उपच्छाया से अन्तिम स्पर्श
मध्यरात्रि 02:40
उपच्छाया चन्द्र ग्रहण का परिमाण
0.89
ग्रहण का सूतक समय - लागू नहीं है।
यह चंद्रग्रहण प्रत्येक राशि के जातकों को इस प्रकार फल प्रदान करेगा।
मेष - मिश्र वृष - अशुभ
मिथुन - मिश्र कर्क - शुभ
सिंह - मिश्र कन्या - अशुभ
तुला - शुभ वृश्चिक - मिश्र
धनु - अशुभ मकर - अशुभ
कुंभ - शुभ मीन - शुभ
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