10 December 2016

Lord Shri Ganesha Shloka Mantra with meaning , भगवान श्री गणेश जी के श्लोक मंत्र एवं अर्थ

                Ganesha Shlok  

Vakra-Tunndda Maha-Kaaya Suurya-Kotti Samaprabha |
Nirvighnam Kuru Me Deva Sarva-Kaaryessu Sarvadaa ||


गणेश श्लोक

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा


Meaning :- O Lord Ganesha, of Curved Trunk , Large Body, and with the Brilliance of a Million Suns,

Please, Make All my Works Free of Difficulties , Always

 

अर्थ :-    हे टेढ़ी सूँड वाले , हे विशाल देह वाले, करोड़ों सूर्यों जैसे दीप्त भगवान  !  मेरे सब कार्य (आपकी कृपा से) सदा निर्विघ्न रूप से पूर्ण हों।

 

तथ्य :-  शुभ कारी गणेश शंकर एवं देवी पार्वती के पुत्र हैं। यह स्वयं बुद्धि का प्रतीक हैं। ऋद्धि(समृद्धि) और सिद्धि(अध्यात्म) इमकी धर्मपत्नियाँ है। लाभ (ऋद्धि से) और शुभ (सिद्धि से) इनके दो पुत्र हैं। किसी भी शुभ कार्य में सर्वप्रथम इनकी पूजा का चलन है। इनके प्रमुख आठ अवतार माने जाते हैं। अंत: भगवान श्री गणेश जी को अष्टविनायक कहा जाता है।

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