15 March 2018

#परीक्षा में अच्छे नंबर दिलाने वाले कुछ सरल से #उपाय | Top ten #tips and tricks for good #study 2

#परीक्षा में अच्छे नंबर दिलाने वाले कुछ सरल से #उपाय | Top ten #tips and tricks for good #study 2




नमस्कार! विद्यार्थियो, आपका हार्दिक स्वागत हैं!

विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य के लिए हम सदैव अच्छी से अच्छी सुविधाए उपलब्ध कराने का निरंतर प्रयास करते रहते हैं। हमारी यही इच्छा होती है कि हमारी संतान परीक्षा में सर्वप्रथम उत्तीर्ण होकर हमारा नाम रोशन करे, इसलिए हम कोई कमी नहीं रहने देते। कई बार देखा गया है की, विद्यार्थियों के कठिन परिश्रम के पश्यात भी उन्हें अपेक्षित परिणाम नहीं प्राप्त होता है। ऐसी परिस्थिति में, हम विचारमग्न हो जाते है कि आखिर कमी कहां रह गई? आज हम इसी विषय में जानकारी ले कर आये है।
 
दोस्तों, आज हम आपको बताएँगे, परीक्षा में अच्छे नंबर दिलाने वाले कुछ सरल से किन्तु अत्यंत प्रभावशाली उपाय, जिन्हें करने से विद्यार्थीयों के उज्जवल भविष्य का निर्माण होगा!

अच्छी पढ़ाई के लिए आप हमारा यह विडियो आखिर तक देखे, तथा आपके दोस्तों को शेयर अवश्य करे!

उपाय-

1)                अध्ययन कक्ष घर के पश्चिम-मध्य क्षेत्र में बनाना अति लाभ-दायक सिद्ध होगा। इस दिशा में बुध, गुरु, चंद्र एवं शुक्र - यह चार ग्रहों से अति-उत्तम प्रभाव प्राप्त होता है। इस दिशा के कक्ष में अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों को बुध ग्रह से बुद्धि तथा ज्ञान प्राप्त होता है, वही, गुरु ग्रह से महत्वाकांक्षा, जिज्ञासा एवं विचारों में वृद्धि प्राप्त होती है, चंद्र ग्रह से नवीन विचारों की शक्ति प्राप्त होती है तथा शुक्र ग्रह से प्रतिभा एवं लेखन कला में निपुणता तथा धन वृद्धि प्राप्ति है।

2)                अध्ययन कक्ष में मेज पूर्व-उत्तर के कोण अर्थात ईशान दिशा या पश्चिम दिशा में रखनी चाहिए। जिससे विद्यार्थी का मन पढ़ाई में अधिक लगेगा। दक्षिण तथा वायव्य के कोण में अध्ययन कक्ष की मेज भूलकर भी नहीं चाहिए। ऐसा करने से विद्यार्थी का ध्यान पढ़ाई में केन्द्रित नहीं हो पायेगा तथा मन में नकारात्मक विचार आना प्रारंभ हो जायेंगे।
 
3)                अध्ययन कक्ष की मेज गोलाकार या अंडाकार की जगह, आयताकार होनि चाहिए। आयताकार मेज पुस्तकों के आकार की होती है, तथा इस आकर की मेज पर पढ़ाई के लिए आवश्यक सामग्री आसानी से रख पाना संभव होता है। आयताकार मेज पर पढ़ाई करना अति उत्तम परिणाम देने में सहायक होगा।

4)                अध्ययन कक्ष की मेज पर विश्व का ग्लोब रखना अच्छा माना गया है। ग्लोब को प्रतिदिन पढाई के अंतराल में घुमाना चाहिए, इससे विश्व के प्रति मित्र-भाव उत्पन्न होता है तथा विद्यार्थी के दिमाग में अधिक से अधिक ज्ञान प्राप्त करने की जिज्ञासा उत्पन्न होने लगती है, तथा विद्यार्थी पहले से अधिक समय तक पढ़ाई करने में सक्षम बनेगा।

5)                अक्सर देखा गया है की विद्यार्थियों की मेज के ऊपर रैक बनी होती है, यह पढ़ाई के लिए अत्यंत हानिकारक होती है। रेक के कारण विद्यार्थी के सिर पर, पढ़ाई के समय बोझ महसूस होता है। बोझ के कारण विद्यार्थी पढ़ाई में ध्यान केन्द्रित नहीं कर तथा परीक्षा में कम नंबर प्राप्त करता है।

6)                अध्ययन कक्ष की मेज के ऊपर का रंग सफेद या दूधिया होना अति उत्तम है। यदि इस रंग की मेज आपके पास उपलब्ध ना हो, तो आप इस रंग की चादर का उपयोग कर सकते है। सफ़ेद रंग से आँखों को पढ़ाई करने में आसानी होती है तथा विद्यार्थी का मन शांत रहता है जिससे वह बिना रुकावट के लम्बे समय तक पढ़ाई कर पाता है।

7)                अध्ययन कक्ष में केवल अध्यात्म ध्यान, वाचन, स्वाध्याय, चर्चा एवं अध्ययन ही करना चाहिए। अनुपयोगी गपशप, भोग-विलास की चर्चा, निंदनीय बातें एवं फ़िल्मी बातें, यह सब भूल कर भी ना करे। ऐसा करने से विद्यार्थी का ध्यान भटकता रहेगा, वह सदेव अन्य बातो में विचारमग्न रहने लगेगा तथा परीक्षा में अच्छे परिणाम प्राप्त नहीं कर पायेगा।

8)                अध्ययन कक्ष की मेज पर अध्ययन करते समय केवल आवश्यक पुस्तक ही रखें। एक समय पर केवल एक ही विषय की पढ़ाई करे। किताबो को अस्तव्यस्त फैला कर रखे। ऐसा करने से आप स्थिर पढ़ाई नहीं कर पाएंगे। मन अन्य विषयों के बारे में सोचता रहेगा, जिससे आपका ध्यान केन्द्रित नहीं हो पायेगा।

9)                अध्ययन कक्ष की मेज पर पानी से भरा एक गिलास अवश्य रखना चाहिए। पानी वातावरण की सारी नकारात्मक तरंगों को सोख लेता है, तथा निरंतर सकारात्मक उर्जा उत्पन्न करता रहता है। इसका अन्य लाभ यह है की, ध्यानं केन्द्रित कर के अभ्यास करते समय यदि विद्यार्थी को पानी की आवश्यकता हुयी तो उसे शीघ्र पानी प्राप्त हो जायेगा तथा उसका ध्यान विचलित नहीं होगा।

10)          अध्ययन कक्ष की मेज पर बंद घड़ी, टूटे-फूटे सामान, ख़राब हो चुके पेन, धारदार चाकू, हथियार औजार या कचरा नहीं रखना चाहिए। यह सभी सामान स्वत ही विद्यार्थी के पढ़ाई पर नकारात्मक असर दिखाते है। इन सभी अनुपयोगी सामग्री को अध्ययन कक्ष से बहार ही रखना चाहिए।

आवश्यक सुचना- जल्द ही हम इस विडियो का दूसरा भाग भी अपलोड करेंगे, अभी के लिए बस इतने ही उपाय, दोस्तों चेन्नल को तुरंत ही सब्सक्राइब कर ले, ताकि आप आगे आने वाले विडियो को आसानी देख पाए।
आपको जो उपाय पसंद आये वह आप कर सकते हैं, साथ ही साथ कड़ी मेहनत करे आप जरूर सफल होंगे, क्योकि मेहनत से बड़ा कोई उपाय नहीं हैं।

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