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    15 December 2016

    अच्छी निंद्रा के लिए श्लोक - मन्त्र क्रमांक १

    निंद्रा के समय का श्लोक - मंत्र  





    राम स्कन्धं हनुमतं ।

    वैनतेयं वृकोदरम् ॥

    शयनेय स्मरनित्यम् ।

    दुस्वप्नम् तस्यनस्यति ॥

     




    भावार्थः   :-

         हम प्रतिरात्रि भगवान श्री हनुमान जी, गरुड़ भगवान एवं वीर भीम जी को याद करते है कि  वे हमें रात्रि में आने वाले ख़राब सपनो से हमारी रक्षा करे । 



      श्लोक का महत्व :-


          आम तौर पर आरामदायक निंद्रा  , अच्छे सपने और अच्छी रात्रि के लिए यह मंत्र पढ़ना चहिये। यह श्लोक रात्रि में कभी अशुभ स्वप्न नहीं  आने देता ।

                   

          जिसके फलस्वरूप हमारी सामान्य जीवनचर्या और सभी काम बहुत ही आसानी से और सफलतापूर्ण पूरे होते है ।

     

     








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